BHU के संस्कृत संकाय में 'मुस्लिम प्रोफेसर' की नियुक्ति सवालों के घेरे में ?
ज़ाकिर नाईक स्पष्ट उदाहरण था इस धूर्तता का। हमेशा अपने ही मंच से बोलता था, कभी भी खुले मंच पर या ऑनलाइन डिबेट में नहीं आया जहां उससे सवाल किए जा सके। और उसकी सभा में जो भी सवाल करने को उठता, उसके...
Anand Rajadhyaksha