माउसोलस का मकबरा - ताजमहल की तरह प्यार की निशानी
माउसोलस का मकबरा – ताजमहल की तरह प्यार की निशानी
इस पृथ्वी पर समय-समय पर अनेक स्मृति चिन्ह बने हैं। उनमें से कितने ही तो काल के निष्ठर थपेडों को सहते-सहते अपना निशान तक मिटा गये है और उनमें से कितने ही आज भी मौजूद है। पर जो मिट गये उनका नाम नही मिटा है, उनकी स्मृतियां आज भी इतिहास के पृष्ठों में अमिट और सुरक्षित हैं। पिछले लेख में हमने संसार के एक अदभूत समाधि मंदिर (मकबरे) का उल्लेख किया है। जिस प्रकार शहंशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की…